राजस्थान राज्य यह खूबसूरत जिला जयपुर से 333 किलोमीटर दूरी है। बीकानेर राजस्थान राज्य के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। इस जगह को भारत का जीवंत रेगिस्तान के नाम से भी जाना जाता है। बीकानेर शहर की स्थापना 1486 में राव बिक ने की थी। इसकी स्थापना करने के पीछे एक छोटी सी कहानी है। राव बिक के पिताजी राव जोधा ने जोधपुर के संस्थापक को अपना राज्य स्थापित करने की दी थी।
राव बिक ने काफी दूरी की यात्रा तय की। यात्रा के बीच मे वो जंगलदेश नामक जंगल से होकर निकल रहे थे। राव बिक ने यही पर अपना बीकानेर शहर को बसाने का निर्णय लिया। बीकानेर राजस्थान राज्य का तीसरा सबसे अधिक बारिश वाला शहर है इसके अलावा जोधपुर और जैसलमेर में होती है।
यह शहर अपने खूबसूरत इमारतों के लिए तो जाना ही जाता है। बीकानेर का लालगढ़ पैलेस, गजनेर पैलेस, श्री लष्मी मंदिर शिव बारी मंदिर यहां के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। घूमने के लिए तो यह जगह बहुत ही शानदार है। लेकिन आपको पता होगा की विश्व प्रसिद्ध बीकानेर भुजिया यही की है। बीकानेर राज्य को ऊँट देश के नाम से भी जान सकते है। यहाँ पर पर्यटक ऊँट की सवारी जरूर करते है।आइए जानते हैं Best Travel Place In Bikaner जहां पर आपको अवश्य जाना चाहिए
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Junagadh Fort In Bikaner
यह किला राजस्थान राज्य के प्रमुख किलो में से एक है बीकानेर रेलवे स्टेशन से इस किले की दूरी मात्र 2 किलोमीटर है। राजस्थान में कई बहुत से किले है जो पहाड़ की चोटी पर स्थित है। लोग इस किले को चिन्तमणि के रूप में जानते है। 20वी शाताब्दी में इस किले का नाम पुराना किला था। सन 1589 और 1593 ईसवी के बीच बीकानेर के 6वे शासक राजा राय सिंह के द्वारा दोबारा इसका
निर्माण करवाया। इस किले के अंदर कई संग्रहालय, मंदिर और बगान बने हुए है। इस किले पर कई बार हुए लेकिन किसी ने भी किले पर विजय प्राप्त नही कर पाई थी।
Lalgarh Palace In Bikaner
बीकानेर शहर में स्थित यह शाही पैलेस में से एक है। यह ब्रिटिश सरकार के द्वारा शुरू किया गया पहल महल है जिसमे भारतीय राजाओं को जाने की आज्ञा थी। बीकानेर का लालगढ़ पैलेस राजस्थान के इत्तिहास में से एक है। इस महल को 1902 और 1962 के बीच ब्रिटिश वास्तुकार सैमुअल स्विटन जैकब तथा महाराज गंगा सिंह के द्वारा बनवाया था।
यह पैलेस 3 मंजिला इमारत का बना हुआ है। इसको बनाने के लिए थार रेगिस्तान के लाल बलुआ पत्थर का इस्तेमाल किया गया है। अभी इस महल में बीकानेर का एक शाही परिवार इसमें रहता है। उनके लिए एक हिस्सा रिजर्व रखा गया है। लालगढ़ पैलेस में कर्ण निवास विंग, और डेको इंडोर स्विमिंग पूल है। महल में बड़े कमरे और हवादार जालिया लगाई गई है जो ब्रिटिश प्रभाव की ओर इशारा करती है।
Laxmi Niwas Palace
यह पैलेस लालगढ़ पैलेस के परिसर में ही स्थित एक विरासत है। यह भी राजस्थान के प्रमुख शाही महलों में से एक है। आप बीकानेर में घूमने आते है तो इस जगह पर आना ना भूले। लक्ष्मी निवास पैलेस महाराजा गंगा सिंह का पहले आवासीय महल था। इस पैलेस को 1898 से 1902 के बीच मे बनाया गया था। महल को सर् सैमुअल स्विटन द्वारा डिज़ाइन किया गया था। इसमें बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह निवास करते थे।
लक्ष्मी निवास पैलेस का नाम धन की देवी लक्ष्मी के नाम पर रखा गया था। अब इस पैलेस को लग्जरी होटल के रूप में परिवर्तित कर दिया गया है। यह पैलेस अपने मेहमानों के शानदार रहन आतिथ्य प्रदान करने के लिए भी जाना जाता है।
Camel Safari in Rajasthan
आप राजस्थान राज्य में आए और उनकी सवारी किए बिना जाए ऐसा हो नहीं सकता है। खासकर राजस्थान का बीकानेर राज्य जो कि ऊंट की सवारी के लिए जाना जाता है। बीकानेर की ऊँट सफारी एक अजीब सफारी है। इस सफारी में आपको एक बार अवश्य आना चाहिए।
ऊँट सफारी और जीप सफारी को व्यवस्थित करने के लिए यहां पर कई ऑपरेटर हैं। ऊंट सफारी लोगों को अलग दुनिया में ले जाता है। सूर्यास्त के समय इस जगह को देखना बहुत ही सुंदर अनुभव होता है जिसका वर्णन नहीं किया जा सकता। शाम के समय यहां पर राजस्थान लोक गीत और संगीत प्रस्तुत किया जाता है जो कि खास पर्यटकों के लिए किया जाता है।
Karni Mata Temple
करणी माता मंदिर बीकानेर जिले में स्थित एक हिन्दू मंदिर है। यह बीकानेर रेलवे स्टेशन से 30 किलोमीटर दूरी पर है। करणी मंदिर राजस्थान राज्य का सबसे बड़े प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह देवी दुर्गा के अवतारों में से एक है। मंदिर को चूहों के मंदिर के रूप में भी जानते है। मंदिर में चूहों की पूजा की जाती है। इसी कारण यह मंदिर पर्यटको के लिए आकर्षक का केंद्र है।
करणी माता का मंदिर 600 साल पुराना है। इस मंदिर को हजारों काले, भूरे सफेद चूहे जिनको काबा का घर के रूप में लोग इसको जानते है। लोगो के अनुसार इन चूहों को खिलाने से अच्छा भाग्य प्राप्त होता है। वहां के लोगो के अनुसार यह चूहे पवित्र पुरुष के रूप में दोबारा जन्म लेंगे।
Bikaner Camel Festival
राजस्थान में कई त्योहार और उस्तव मनाए जाते है। ऐसा ही एक उस्तव बीकानेर राज्य में भी मनाया जाता है जिसको बीकानेर ऊँट उत्सव के रूप में मनाते है। यह उत्सव जनवरी माह में मनाया जाता है। इस उत्सव पर ऊट का भारी भीड़ एकत्रित की जाती है। सभी लोग अपने अपने ऊँट को विशेष प्रकार से सजाते है। कई प्रर्दशनी भी लगाई जाती है। जिनमे राजस्थान की कला, संस्कृति और भारतीय पर्यटन को दिखाया जाता है। ऊँट उस्तव में सबसे अच्छे सजे ऊँट के मालिक को पुरस्कार भी दिया जाता है।
कई प्रकार की प्रतियोगिता भी आयोजित की जाती है। जैसे की ऊँट रेसिंग, ऊँट की सवारी ऊँट और बेम्पी ऊँट की प्रतियोगिता होती है। राजस्थान को ऊँट की सवारी के लिए अधिक प्रयोग किया जाता है।
इसके अलावा और भी कई जगह है। जहां पर आप घूम सकते है। आशा करता हु यह आर्टिकल आपको पसनद आया होगा।