रवीश कुमार का प्राइम टाइम : क्या ऑक्सीजन की कमी से मरने वाले लोगों की हक़ीक़त केंद्र को नहीं नज़र आई?

क्या आपको इस बात की  बिल्कुल भी जनकरी नही है | क्या आप किसी ऐसे लोगो  को नहीं जानते, जो दूसरी लहर के समय ऑक्सीजन के लिए भागे – भागे  फिर रहे थे. आपकी नज़र मे या आप ऐसे किसी व्यक्ति को नहीं जानते? जिनकी मौत अस्पताल के अंडर  ऑक्सीजन की सप्लाई नही होने  के कारण हुई,

फिर सोशल मीडिया पर ऑक्सीजन सिलेंडर और ऑक्सीजन बेड मांगने वाले लोग कौन थे? मोदी सरकार की स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉक्टर प्रवीण भारती पवार के एक बयान ने आप सभी को गलत ओर फेक  न्यूज में बदल दिया है. पहले फेक न्यूज ने आपको बदला, अब आपको ही फेक न्यूज में बदल दिया गया है.

क्या राज्य सरकारें यह लिखकर दे देंगी, तो क्या उसे संसद में ऐसे ही रख दिया जाएगा? जिस संसद को जनता की आवाज कहा जाता है. क्या ये वाकई जनता की आवाज है कि कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई?

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